carom seeds (Ajwain)

कई छोटी मोटी बीमारियों और समस्याओं के लिए हमारी दादी नानी और माँ घरेलू नुस्खों से ही समाधान ढूँढ लिया करती  थीं। हालांकि, घर में इस्तेमाल होने वाले मसाले, बीज और दूसरी कई चीज़ें आज भी पेटदर्द, गैस, बदहज़मी, कब्ज़, सर्दी ज़ुकाम वगैरह को दूर करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। ऐसे ही एक काम की चीज़ है अजवाइन जो सभी के घर में मौजूद होती है। आइए जानते हैं कि अजवाइन के इस्तेमाल से किन चीज़ों में फ़ायदा मिलता है। 

  • अगर छोटे बच्चे के पेट में दर्द हो तो एक सूती कपड़े में मुट्ठीभर अजवाइन डाल कर पोटली बना लें। अब तवे को गर्म करके इस पोटली को तवे पर रखें और बच्चे के पेट को सेंके। पर याद रखें पोटली कितनी गर्म है ये आप अपने हाथों से छूकर चेक करना ना भूलें। कम से कम 20 से 25 बार इस पोटली से बच्चे के पेट पर सिकाई करें। ऐसा करने से बच्चे को आराम मिलता है। 
  • अगर आपने बहुत ज़्यादा खाना खा लिया है और आपको बदहज़मी हो गई है या पेट में गैस की समस्या हो रही है तो आधा चम्मच अजवाइन में चुटकी भर नमक मिलाएँ और चबाकर निगल लें। इसके कुछ देर बाद आपको डकार आनी शुरू हो जाएगी जिससे पेट में बन रही गैस बाहर निकल जाती है और व्यक्ति को राहत मिलती है। 
  • अक्सर डिलीवरी के बाद महिलाओं का शरीर फैल जाता है और साथ ही उन्हें सर्दी ज़ुकाम का भी ख़तरा रहता है। ऐसे में अगर वे पानी में अजवाइन को उबालकर और फिर ठंडा करके पीएं तो उनका शरीर सुडौल बना रहता है और साथ ही छोटी मोटी बीमारियों का ख़तरा भी नहीं होता। डिलिवरी के बाद एक महिला को कम से कम तीन महीने तक पानी में अजवाइन डाल कर और उसे उबालकर पीना चाहिए। ये पीने में थोड़ा कड़वा जरूर होता है लेकिन सेहत के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद है। 
  • इसके अलावा, अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं और साथ में डायबिटीज़ भी कंट्रोल करना हो तो अजवाइन में कढ़ी पत्ते को मिलाकर पीस लें। पाउडर बनाने के लिए जितनी मात्रा में आप अजवाइन ले रहे हैं उससे आधी मात्रा में कढ़ी पत्ते को शामिल करना है। कढ़ी पत्ते को पहले 2-3 दिन तक हल्की धूप में सुखा लें है और इसके बाद ही अजवाइन के साथ मिलाकर पाउडर बनाएं। इस पाउडर को हर दिन आधा चम्मच पानी में मिलाकर पी सकते हैं या फिर ऐसे ही पाउडर के रूप में भी खा सकते हैं।