भोजन करते समय कई बार छोटे बच्चों के गले में खाना अटकने जैसी स्थिति हो जाती है। नतीजतन, बच्चा कुछ वक्त के लिए असहज महसूस कर सकता है। इतना ही नहीं, कई बार इस तरह के हालात बच्चे के लिए गंभीर भी हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि क्यों बच्चों के गले में भोजन अटक जाता है और ऐसे में आपको क्या करना चाहिए।
क्यों गले में अटकता है भोजन?
अक्सर छोटे बच्चे अपने माता-पिता के डर से खाते हैं। जो चीज़ें उन्हें पसंद नहीं होतीं, उन्हें वे बिना ठीक तरह से चबाए ही निगलने की कोशिश करते हैं और ऐसा करने से आमतौर पर भोजन गले में अटक जाता है। इसके अलावा जल्दबाज़ी में भोजन करना या फिर छिप छिप कर खाने से भी बच्चों के साथ ऐसी परिस्थिति हो जाती है। जल्दबाज़ी में किए जा रहे भोजन से बच्चों को गले में दर्द होता है और भोजन भी अटक सकता है। इसके अलावा थोड़े सख़्त किस्म के फल जैसे कि सेब, अमरूद वगैरह को अगर छोटा छोटा ना काटा जाए तो इससे भी गले में अटकने जैसी स्थिति हो जाती है इसलिए फलों को हमेशा छोटे टुकड़ों में काटकर ही बच्चों को खिलाना चाहिए।
ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए?
- जब बच्चे के गले में खाना या अन्य चीजें फंस जाती हैं तो सबसे पहले पानी पिलाकर उसके अटके भोजन को अंदर धकेलने की कोशिश करनी चाहिए।
- इसके अलावा बच्चे को पहले अपनी बाहों में जकड़ें और फिर उसका चेहरा नीचे से पकड़ें। इससे गले में फंसी चीजें बाहर निकल जाएगी।
- धीरे से बच्चे की पीठ और कंधों के बीच के हिस्से को रगड़ें जिससे कि भोजन बाहर आ सके।
- ऐसा करने के बाद भी अगर खाना नहीं निकल रहा है तो बच्चे को सीधा बैठाकर छाती पर अपनी दो उंगलियों से दबाएं।
अगर इन सभी उपायों को करने के बाद भी अटकी हुई चीज़ बाहर ना निकलें तो फ़ौरन डॉक्टर के पास ले जाएं।