कोविड के मरीज़ों को इलाज के दौरान कई तरह की दवाइयां दी जाती हैं जिनमें एंटी बायोटिक भी होती हैं। इस दौरान शरीर में हॉरमोनल बदलाव होते हैं जिसके कारण मरीज़ की भूख कम हो जाती है। इसलिए ज़रूरी है कि कोविड के मरीज़ों को हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन दिया जाए। कोविड के दौरान मरीज़ों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, बता रही हैं डॉ रीता आनंद, डायटिशियन। 

कैसी होनी चाहिए कोविड मरीज़ों की डाइट? (Right diet of COVID patients in Hindi)

कोविड के मरीज़ कोरोना के लक्षण आने पर होम आइसोलेशन में रहते हैं। इस दौरान वो सुबह उठने की कोशिश करें और हल्के फुल्के व्यायाम या योगा से दिन की शुरूआत करें। अपने खाने पीने की शुरूआत सुबह नींबू पानी, गुनगुना दूध, चाय या फिर काढ़ा पीने से करें। इसके साथ मरीज़ थोड़े ड्राइ फ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, पिस्ता वगैरह ले सकते हैं। ये ध्यान रखें कि सो कर उठने के क़रीब एक घंटे के अंदर आप अपना नाश्ता ज़रूर कर लें। सही समय पर ब्रेक फास्ट करना बहुत ज़रूरी है क्योंकि रात भर व्यक्ति का शरीर फास्ट कर रहा होता है और वायरस के लोड की वजह से शरीर कीटोबॉलिक अवस्था में चला जाता है इसलिए सुबह का नाश्ता जल्दी करने की कोशिश करनी चाहिए। नाश्ते में रोटी-सब्ज़ी, दलिया, दही, अंडे शामिल कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि किसी भी चीज़ को सीधे फ्रिज से निकालकर ना खाएं। नाश्ते के बाद लगभग ग्यारह बजे तक जो भी मौसमी फल उपलब्ध हों, उनका सेवन करें। यहां फलों का जूस पीने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इससे ग्लूकोज़ की मात्रा ज्यादा होने से सांस लेने में तक़लीफ़ हो सकती है या फिर ऑक्सीजन कम हो सकता है। किसी भी ऐसे खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल ना करें जिसमें सिंपल शुगर होते हैं जैसे चीनी, शुगर सिरप और शहद क्योंकि इनसे कार्बन डाइऑक्साइड का लोड बढ़ता है। फलों के साथ साथ आप अंकुरित चने, मूंग ज़रूर लें, इसके अलावा सत्तू को पानी या छाछ में घोलकर पी सकते हैं। इनके सेवन से डायबिटीज़ के मरीज़ों का शुगर नियंत्रित रहेगा और नॉन डायबिटिक लोगों में प्रोटीन की मात्रा पूरी होती है और वे अपनी भूख को कंट्रोल कर पाएंगे।  

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दोपहर के भोजन में रोटी, दाल, सब्ज़ी और थोड़ा सा चावल लें। दाल की मात्रा ज्यादा लें और दही को भी डाइट में शामिल करें। अगर आपको दही से दिक्कत हो तो दूध से बने उत्पाद जैसे पनीर, खोया, छाछ का इस्तेमाल करें। दूध या फिर दूध से बने उत्पादों का सेवन बहुत ज़रूरी है क्योंकि वायरस के लोड के कारण इस समय शरीर सुपर हाइपर कैटाबॉलिक स्टेट में चला जाता है जिसका मतलब है शरीर में प्रोटीन का ब्रेकडाउन बहुत ज्यादा हो जाता है और शरीर को बहुत ज्यादा एनर्जी की ज़रूरत पड़ती है। दोपहर के खाने में सलाद और नींबू का सेवन अवश्य करें जिससे विटामिन और मिनरल्स की कमी पूरी हो सके। नींबू, आंवला और संतरा विटामिन सी के सीधे स्रोत हैं जिनसे आपको फ़ायदा होगा। दोपहर और रात के खाने के बीच चार पांच बजे हल्का फुल्का आहार ले सकते हैं जिसमें चाय, काफ़ी, ग्रीन टी, दूध, काढ़ा, मठ्ठा वगैरह लें सकते हैं।  

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रात का भोजन आठ बजे तक करने की कोशिश करें जिससे पाचन क्रिया पूरी तरह से हो सके। क्योंकि व्यक्ति कमरे में बंद होता है और शारीरिक क्रियाएं ज्यादा नहीं कर पाता इसलिए खाना देर से खाने पर एसिडिटी, अपच, डकार और पेट भारी लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। रात का भोजन थोड़ा हल्का करें जिसमें बेसन या मिस्सी की रोटी के साथ गाढ़ी दाल लें जिससे प्रोटीन की आवश्यकता पूरी हो सके। इसके साथ मौसमी सब्ज़ियां और नींबू का सेवन ज़रूर करेँ। नींबू के इस्तेमाल से विटामिन सी की कमी पूरी होती है और साथ ही ये हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। खाने के बाद थोड़ा बहुत टहलें या कुछ काम करें। सोने से ठीक पहले दूध में हल्दी डालकर पिएं जिससे आपको अच्छी नींद आती है और मूड भी ठीक रहता है। 

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क्या नहीं खाएं कोविड के मरीज़? (What should not COVID patients eat in Hindi) 

इस दौरान ठंडा खाना या पेय पदार्थ बिल्कुल भी ना लें क्योंकि कोविड के सभी लक्षण श्वसन तंत्र से ही शुरू होते हैं। किसी तरह की ड्रिंक्स, आइसक्रीम वगैरह का सेवन कतई ना करें, जितना हो सके ताज़ा भोजन करें, अगर फ्रिज से निकालकर कुछ खाना भी पड़े तो उसे पहले गर्म कर लें, इसके अलावा मसालेदार और तैलीय भोजन भी ना लें।    

डिस्कलेमर – कोविड के मरीज़ों को किस तरह का भोजन लेना चाहिए और किन चीज़ों से करना चाहिए परहेज़, इस पर लिखा गया यह लेख पूर्णत: रीता आनंद, डायटीशियन द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।  

Note: This information on the Right diet of COVID patients, in Hindi, is based on an extensive interview with Reeta Anand (Dietician) and aims to create awareness. For medical advice, please consult your doctor.