दुनियाभर के वैज्ञानिक अभी भी कोरोना वायरस के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और कई तरह के चिकित्सा अनुसंधान जारी है। लेकिन अब तक जो भी विशेषज्ञ जानते हैं, उसके मुताबिक आप बच्चे को स्तनपान कराने के लिए सुरक्षित हैं। हालांकि, बच्चे को स्तनपान कराने के वक्त कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ख़ासकर अगर आपको COVID-19 के कोई लक्षण हैं।
स्तनपान कराने के दौरान बरतें ये सावधानियां
कोरोना वायरस मुख्य रूप से हवा में छोटी बूंदों के ज़रिए तब फैलता है जब कोई छींकता है, खांसता है या बातचीत करता है। हालांकि, अब तक हुए रिसर्च के मुताबिक कोरोना वायरस को मां के दूध में पारित होते नहीं पाया गया है, फिर भी दूध पिलाते समय मां अपने मुंह और नाक के माध्यम से इसे पारित कर सकती है इसलिए, जानकार दूध पिलाने वाली महिलाओं को कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि स्तनपान कराते समय महिलाएं किन बातों का ध्यान रखें जिससे बच्चे को संक्रमण से बचाया जा सके।
अपने हाथ धोएं
आप अपने बच्चे को छूने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं। अपने हाथों को बार-बार धोना महत्वपूर्ण है, ख़ासकर इससे पहले कि आप अपने बच्चे को उठाएं या बच्चे की बोतलें, कपड़े, डाइपर और दूसरी चीज़ें संभालें।
मास्क पहनें
अगर आप स्तनपान करा रही हैं और आपको COVID-19 के कोई लक्षण हैं, तो अपने बच्चे को स्तनपान कराते समय डबल मास्क पहनें। यदि आपमें लक्षण ना भी हो, तो भी मास्क ज़रूर पहनें। इसके अलावा अपने बच्चे को पकड़ते समय, कपड़े और डाइपर बदलते समय मास्क पहनें।
आसपास की चीज़ों को डिसइंफेक्ट करें
असरदार क्लीनर से हर उसे वस्तु को साफ़ और कीटाणुरहित करें जिसे आपने छुआ है। इसमें काउंटरटॉप्स, टेबल, बोतलें और कपड़े शामिल हैं। इसके अलावा उन सतहों को भी साफ़ करें जिन्हें आपने नहीं छुआ है क्योंकि उन पर भी हवा की बूंदें हो सकती हैं। ऐसी चीज़ों को भी साफ़ रखें जिसे बच्चा छू सकता है क्योंकि कुछ जगहों पर यह वायरस 48 से 72 घंटे तक जीवित रह सकता है!
दूध को पंप करके बोतल के ज़रिए दें
कोरोना के लक्षण होने पर मां अपने दूध को पंप करके बोतल के ज़रिए परिवार के सदस्य की मदद से अपने बच्चे को पिला सकती हैं। हांलाकि, यह अस्थायी तौर पर ही तब तक करें जब तक आप ठीक ना हो जाएं। ये भी सुनिश्चित करें कि फीडिंग के लिए उबाला गया बोतल पूरी तरह से साफ़ हो।
बेबी फार्मूला तैयार रखें
अगर आपको लगता है कि आप बीमार हैं और बच्चे की सुरक्षा के लिए अपना दूध नहीं पिलाना चाहतीं तो ऐसे में पाउडर दूध या बेबी फूड का इस्तेमाल अस्थाई तौर पर कर सकती हैं।