शिशु का पहला आहार कैसा हो, ये एक महत्वपूर्ण बात है क्योंकि इसी से शिशु को पहली बार स्वाद का पता चलता है और सब कुछ खाने की आदत भी पड़ती है। शिशु के आहार में वो सभी ज़रूरी तत्व होने चाहिए जिससे उसका संपूर्ण विकास हो। पहली बार ठोस आहार के रूप में बच्चों को क्या और कैसे खिलाएं, बता रहीं हैं डॉ शर्मिला घोष तपादर।

सभी ज़रूरी तत्वों को करें शामिल

छह महीने तक केवल माँ का दूध देने के बाद बच्चों को ठोस आहार देने की शुरुआत करनी चाहिए। छह महीने के बाद बच्चों के दो-चार दांत भी निकल आते हैं। इसका मतलब है कि बच्चा सभी तरह की चीज़ें खा सकता है जिसमें सभी ज़रूरी तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट्स, मिनरल्स और विटामिन मौजूद हों। बच्चों को ठोस आहार देने की शुरुआत करते समय एक बात का ध्यान देना ज़रूरी है कि उन्हें जो भी खिलाया जाए वो पानीदार हो ना कि बहुत गाढ़ा और सख्त।

ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर बनाएं

जिस तरह से बड़ों के लिए दिनभर में कम से कम तीन मील तैयार होते हैं उसी तरह से आप अपने शिशु के लिए भी तीन मील तैयार कर सकती हैं। नाश्ते में बच्चे को दलिया, ओट्स और सूजी से बनी चीज़ें खिला सकती हैं। इसके साथ ही केले को मैश करके और सेब को अच्छी तरह से पेस्ट बनाकर भी खिला सकती हैं। बात करें दोपहर की तो बच्चे को मूंग दाल की खिचड़ी बनाकर खिलाएं या फिर दाल चावल को अच्छी तरह से मैश करके बच्चे को दिया जा सकता है। डिनर में भी आप रोटी को अच्छी तरह दाल में फुलाकर और मसल कर खिला सकती हैं। इन सभी के अलावा बीच-बीच में दूध देते रहें।

boiled eggs

क्या नॉन वेज खिला सकते हैं?

अगर आप बच्चे को नॉन वेज खिलाना चाहती हैं तो अंडे उबाल कर छोटे-छोटे टुकड़े करके खिला सकती हैं। इसके अलावा, चिकन सूप या चिकन को अच्छी तरह मैश करके भी खिलाया जा सकता है। बच्चे को आप सब कुछ खिला सकती हैं बस एक बात का ध्यान रखें कि उन्हें स्वाद बदल बदलकर दें ताकि बच्चा बोर न हो जाए।

fastfood

क्या नहीं खिलाएं?

बच्चों को कभी भी बाहर की चीज़ें ना खिलाएं जैसे कि पिज्जा, बर्गर वगैरह। इसके अलावा, बच्चों को हाई शुगर वाली पैकेज्ड चीज़ें जैसे कि बिस्किट और दूसरी बेकरी आइटम्स ना दें। हाई शुगर के अलावा, बच्चों को बहुत ज़्यादा नमकीन चीज़ें जो पैकेट में आती हैं, उन्हें भी खिलाने से बचें।

डिसक्लेमर – शिशु के पहले आहार की कैसे करें शुरुआत और किन बातों का रखें ध्यान, इस पर लिखा गया यह लेख पूर्णतः डॉ शर्मीला घोष तपादर द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।

Note: This information on Baby’s First Foods, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Sharmila Ghosh Tapadara Pradhan (Paediatrician) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.