कुछ लोगों की आँखों में अक्सर लालपन देखा जाता है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है। क्या आँखों में लालपन आना एक गंभीर बीमारी का संकेत है या फिर सामान्य बात, जानकारी दे रहे हैं डॉ गौरव कुमार।

आंखें लाल होने का क्या मतलब है? (What does it mean to have redness in eyes in Hindi)

आम बोलचाल की भाषा में बात करें तो आंखों में लालपन तब कहा जाता है जब आँखों का सफ़ेद हिस्सा लाल रंग का दिखने लगता है। हालांकि, आँखों का लालपन एक सामान्य सी बात होती है जो किसी प्रकार की एलर्जी या फिर कंजेक्टिवाइटिस की वजह से हो सकती है। कंजेक्टिवाइटिस एक तरह का इंफेक्शन है जिससे व्यक्ति की आंखें लाल हो जाती हैं।

eye itching

आँखों में लाली होने के क्या हैं कारण? (Causes redness in eyes in Hindi)

आँखों में लाली होने के कई कारण हैं जो लक्षणों से पहचाने जा सकते हैं। अगर आँखों में लालपन के अलावा पानी निकल रहा हो और चुभन भी हो रही हो तो ये एलर्जी के कारण हो सकता है जबकि अगर लालपन के साथ किसी तरह का चिपचिपापन हो तो ये कंजक्टिवाइटिस के लक्षण होते हैं। लेकिन अगर आँखों में लालपन के साथ सिर में दर्द, देखने में परेशानी, रौशनी के सामने काले घेरे दिखना जैसे लक्षण हों तो ये ग्लूकोमा जैसी बीमारी के आसार हैं। कुछ इसी तरह के मिलते जुलते लक्षण यूवीआइटिस नामक बीमारी के भी होते हैं।

eye redness

ग्लूकोमा और यूवीआइटिस हो सकते हैं गंभीर (Glaucoma and uveitis can be serious in Hindi)

आँखों में एलर्जी और कंजक्टिवाइटिस के मामले सामान्य होते हैं और इनका इलाज भी आसानी से हो जाता है लेकिन ग्लूकोमा और यूवीआइटिस जैसे लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क करके ही आँखों में दवाई डालनी चाहिए। कई बार ऐसा देखा गया है कि लोग आँखों की समस्या को एक आम बात समझकर किसी भी तरह के ड्रॉप्स डाल लेते हैं। ज़्यादातर आई ड्रॉप्स में स्टीराइड्स की मात्रा होती है जिससे समस्या और भी बढ़ जाती है और कभी कभी आँखों की रौशनी जाने का भी ख़तरा रहता है।

eye check up

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? (When to seek the doctor in Hindi)

आंखों से जुड़ा मामला बहुत ही नाज़ुक होता है इसलिए आँखों में जब भी  लालपन लिखे तो बिना देर किए कम से कम एक बार नेत्र विशेषज्ञ से ज़रूर मिलना चाहिए ताकि उस समस्या की गंभीरता का पता लगाया जा सके। अगर समस्या गंभीर ना हो तो इलाज आराम से हो सकता है लेकिन अगर इसके पीछे कोई बड़ा कारण है तो इलाज तुरंत शुरू कर देना चाहिए।

eye drop

किन मामलों में पड़ती है इलाज की ज़रूरत? (In which cases treatment is needed in Hindi)

कंजक्टिवाइटिस और आँखों में एलर्जी का इलाज बहुत ही सामान्य तरीक़े से सिर्फ आई ड्रॉप्स के द्वारा ही हो जाता है। लेकिन अगर आँखों का लालपन रेटिना में किसी दिक्कत के कारण हो या फिर ग्लूकोमा और यूवीआइटिस जैसी परेशानी हो तो ऐसे में आई ड्रॉप्स के साथ साथ आंखों में इंजेक्शन भी लगाना पड़ सकता है। ग्लूकोमा जैसे मामलों में आँखों का ऑपरेशन करने की नौबत भी आ जाती है।

eye wash

कैसे करनी चाहिए आँखों की देखभाल? (How to take care of your eyes in Hindi)

सुबह सोकर उठने के बाद आँखों को अच्छी तरह से सादे पानी से साफ़ करना चाहिए और सोने से पहले भी आंखों को एक बार धो लें तो इससे दिनभर की गंदगी निकल जाती है। इसके अलावा, आजकल कोरोना काल के समय बड़ों से लेकर बच्चों तक का ज़्यादातर समय मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर के सामने ही बीत रहा है। ऐसे में आंखों पर बहुत ज़्यादा ज़ोर पड़ना स्वाभाविक है और इसलिए आंखें ख़ुश्क हो जाती हैं। यदि आप लंबे समय से स्क्रीन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हर आधे घंटे में ब्रेक लेकर अपनी आँखों को आराम दें। स्क्रीन के इस्तेमाल के दौरान आँखों में सूखापन लगने की वजह से कभी कभी लोग बार बार पानी से आँखों को साफ़ करते हैं लेकिन ऐसा हरगिज न करें क्योंकि इससे आँखों की नमी पानी के साथ धुल जाती हैं और आंखें और भी ज़्यादा खु़श्क हो जाती हैं। अपने खानपान में पीली, हरी और लाल सब्ज़ियों का प्रयोग करें क्योंकि इनमें बीटा कैरोटीन होता है जो आंखों की सेहत के काफ फ़ायदेमंद है और साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रेटिना के लिए अच्छे होते हैं। इसके अलावा घर में रहने के साथ साथ थोड़ा बाहर भी निकलें क्योंकि ऐसा देखा गया है कि जो बच्चे बाहर खेलते कूदते हैं उनकी आंखो की रौशनी अच्छी होती है।

डिस्क्लेमर – आँखों में लालपन होने की वजह, इलाज तथा बचाव के बारे में लिखा गया है यह लेख, पूर्णतः डॉक्टर गौरव कुमार, नेत्र विशेषज्ञ द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।

This information on Eye Redness in Hindi is based on an extensive interview with Dr Gaurav Kumar (Ophthalmologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.