ठंड के मौसम में वातावरण में नमी कम हो जाती है और इसलिए हमारी त्वचा भी रूखी और बेजान सी लगती है। क्योंकि हमारे होठों की त्वचा और भी सेंसिटिव और पतली होती है इसलिए इनमें रूखापन भी ज़्यादा होता है। सर्दियों में होंठ फटने लगते हैं और इनसे खून भी निकल आता है। सर्दियों में अपने होंठों का कैसे रखें ख़्याल, बता रही हैं डॉक्टर प्रभा सिंह।
क्यों फटते हैं होंठ? (Causes of Cracked Lips in Hindi)
जो लोग अपने होंठों की देखभाल नहीं करते उनके होंठ किसी भी मौसम में फट सकते हैं लेकिन अधिकतर ठंड के मौसम में होंठों में नमी कम होने के कारण ये फटने लगते हैं। हमारे होंठों की त्वचा शरीर के दूसरे अंगों की त्वचा से कहीं ज़्यादा नाजुक होती है इसलिए नमी न होने के कारण ये फट जाती हैं। इसके अलावा, कुछ लोगों को होंठों को बार-बार जीभ से गीला करने या चबाने की आदत होती है, जिसके कारण होंठों की नमी निकल जाती है और होंठ फट जाते हैं।
होठों का ख़्याल कैसे रखें? (How to Take Care of Our Lips in Winter)
- अपने होंठों को हमेशा साफ़ रखें।
- रात को सोते समय होठों को मॉइश्चराइज़ करना न भूलें।
- होंठों को मॉइश्चराइज़ करने के लिए शिया बटर या हाइलोरॉनिक एसिड युक्त लिप बाम का प्रयोग करें।
- बेवजह होंठों को जीभ से गीला ना करें।
- धूप में जाते समय सनस्क्रीन युक्त लिप बाम ज़रूर लगाएं।
इन सभी उपायों को करने के बाद भी अगर आपकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा हो तो डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं। होंठों की त्वचा की हाइड्रेशन यानि नमी को ठीक करने के लिए डॉ हाईलोरॉनिक एसिड या फिर पीआरपी ट्रीटमेंट करते हैं।
डिसक्लेमर – सर्दियों में होंठों को कैसे रखें नर्म और मुलायम, इस पर लिखा गया यह लेख पूर्णतः डॉ प्रभा सिंह, कॉस्मेटोलॉजिस्ट द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।
Note: This information on Cracked Lips Care, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Prabha Singh (Dermatologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.