अपेंडिक्स हमारे शरीर का एक ऐसा हिस्सा है जो हमारी इम्यून सिस्टम और आंतों की सेहत के लिए काम करता है। अपेंडिक्स में होने वाली समस्या को अपेंडिसाइटिस कहा जाता है। जानिए अपेंडिसाइटिस के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में डॉक्टर अंशुमन पांडे, गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट से।  

अपेंडिक्स हमारी बड़ी आंत और छोटी आंत के जोड़ के पास ट्यूब की तरह दिखने वाला एक अंग है। ज्यादातर अपेंडिक्स शरीर के दायीं तरफ़ पाया जाता है। पहले ये माना जाता था कि इस अंग का शरीर में कोई काम नहीं होता लेकिन आज मेडिकल साइंस में इसे आंतों की सेहत और इम्यून सिस्टम को ठीक रखने के लिए जाना जाता है। हालांकि ये एक बहुत छोटी सी सरंचना है लेकिन इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी होने से परेशानी होती है।  

Appendicitis

अपेंडिसाइटिस के लक्षण (Symptoms of appendicitis in Hindi)

अपेंडिक्स में सूजन होने पर मरीज़ को पेट में दर्द होता है। ये दर्द पेट में नाभि से शुरू होकर दायीं ओर नीचे की तरफ़ पायी जाने वाली हड्डी तक चला जाता है। ये दर्द काफ़ी तेज़ होता है और इसके साथ मरीज़ को बुखार और उल्टी हो सकती है। अपेंडिक्स में अगर सूजन बहुत ज्यादा हो जाए तो वो ख़ुद एक मवाद का रूप ले सकता है या फिर शौच में दिक्कत होने लगती है। अपेंडिक्स में सूजन के कारण अगर आसपास के हिस्से उसमें चिपक जाएं तो उसे अपेंडिकुलर लंप (Appendicular lump) कहा जाता है और अगर उसमें पस भर जाए तो उसे अपेंडिकुलर एबसेस (Appendicular Abscess) कहते हैं। अपेंडिक्स का दर्द किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकता है चाहे वो छोटे बच्चे हों या बड़े, पुरूष हों या महिलाएं। गर्भावस्था में महिलाओं को अपेंडिक्स की समस्या हो सकती है।  

अपेंडिसाइटिस के कारण (Reasons for appendicitis in Hindi)

अपेंडिक्स का दर्द उसके अंदर होने वाले सूजन के कारण ही होता है। अगर अपेंडिक्स के अंदर या बाहरी दीवारों में सूजन हो, तो तेज़ दर्द होता है। अपेंडिक्स का दर्द उस जगह पर होता है जहां महिलाओं को दूसरे कारणों से भी दर्द हो सकता है। महिलाओं के गर्भाशय में सूजन से होने वाला दर्द भी बिल्कुल इसी प्रकार से होता है। इसके अलावा युवा पुरूषों में किडनी का दर्द भी इसी प्रकार से होता है। कभी कभी पीठ का दर्द भी आगे की तरफ़ चला जाता है जिसे लोग अपेंडिक्स का दर्द समझ बैठते हैं इसलिए इसका सही से परीक्षण करना ज़रूरी है। 

Appendicitis

अपेंडिसाइटिस की जटिलताएं (Complications of appendicitis in Hindi)

अपेंडिक्स में सूजन ज्यादा होने पर आसपास के दूसरे अंगों के हिस्से उससे चिपक सकते हैं जिससे वहां गांठ बन जाती है और इस गांठ में मवाद जम सकता है। ये मवाद कभी कभी फट जाता है और पूरे पेट में इंफेक्शन फैला सकता है जिससे इमरजेंसी हो सकती है और इसमें तुरंत सर्जरी की जाती है। ये मवाद बड़ी आंत के पीछे या हमारी पीठ की तरफ़ भी चला जाता है इसलिए अपेंडिक्स के दर्द को अनदेखा नहीं करना चाहिए। इसमें ट्यूमर भी हो सकता है और ट्यूमर होने पर अपेंडिक्स के साथ साथ बड़ी आंत का कुछ हिस्सा भी निकालना पड़ सकता है।   

Gallbladder Stone_surgery

अपेंडिक्स का इलाज (Treatment of appendix in Hindi) 

अपेंडिक्स का इलाज केवल सर्जरी है जिसमें इसे पूरी तरह से निकाल दिया जाता है। सर्जरी कई तरह से होती है जिसमें ओपेन सर्जरी, लैपरोस्कोपिक सर्जरी और रोबोटिक सर्जरी शामिल है। ओपन सर्जरी में चीरा लगाकर ऑपरेशन किया जाता है लेकिन आजकल बिना चीरा लगाए लैपरोस्कोपिक सर्जरी की जाती है जिसमें दूरबीन के ज़रिए ऑपरेशन होता है। इसके अलावा रोबोटिक सर्जरी भी होती है। कभी कभी इसमें सूजन बहुत ज्यादा होती है जिसकी वजह से आंत या फिर दूसरे हिस्से इससे चिपक जाते हैं। ऐसे में सर्जरी नहीं की जाती बल्कि कुछ दिनों तक सूजन कम करने की कोशिश की जाती है और फिर सर्जरी की जाती है।  

Appendicitis

सर्जरी के बाद की सतर्कता (Care after surgery in Hindi) 

अपेंडिक्स अगर सामान्य है तो सर्जरी के बाद किसी तरह की दिक्कत सामने नहीं आती लेकिन यदि अपेंडिक्स जटिलताओं से भरा हो यानि उसमें मवाद भर गया हो या ट्यूमर हो तो सर्जरी के बाद भी सतर्कता बरतने की ज़रूरत होती है। अपेंडिक्स की सर्जरी के बाद मरीज़ को पूरी तरह से आराम करना चाहिए क्योंकि इसमें सूजन इतनी ज्यादा होती है कि आसपास के अंगों को सामान्य होने में समय लगता है। इसके अलावा सर्जरी की वजह से भी उस जगह इंफेक्शन हो सकता है इसलिए उसका भी ख्याल रखना चाहिए। इंफेक्शन होने पर डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में सर्जरी मुफ्त में की जाती है जबकि निजी अस्पतालों में भी सर्जरी का ख़र्च कम ही होता है। लेकिन अगर अपेंडिक्स की जटिलताएं बढ़ जाएं तो खर्च बढ़ सकता है।  

अपेंडिक्स की रोकथाम (Prevention of appendix in Hindi)  

अपेंडिक्स की रोकथाम पूरी तरह से हमारे कंट्रोल में नहीं है क्योंकि कई कारणों से इसमें सूजन हो सकती है। ध्यान देने वाली बात ये है कि अपेंडिक्स के दर्द को अनदेखा ना करें और तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।   

डिस्कलेमर – अपेंडिसाइटिस के लक्षण, कारण, इलाज तथा बचाव पर लिखा गया यह लेख पूर्णत: अंशुमन पांडे, गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है। 

Note: This information on Appendix, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Anshuman Pandey (Gastroenterologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.