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क्या दिल के मरीज़ करा सकते हैं वैक्सीनेशन?

COVID Vaccination for Heart Patient by Dr Praveen Sharma
क्या दिल के मरीज़ ले सकते हैं कोविड वैक्सीन?| COVID Vaccination for Heart Patient |Dr Praveen Sharma

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों को वैक्सीनेशन करवाना चाहिए या नहीं इसपर लोगों की आशंका अभी भी बनी हुई है क्योंकि ह्द्य से जुड़े रोगियों के फेफड़े भी समय के साथ प्रभावित हो जाते हैं। क्या दिल के मरीज़ों के लिए वैक्सीनेशन कराना सुरक्षित है और किस तरह से ह्द्य रोगी रखें अपना ध्यान, बता रहे हैं डॉक्टर प्रवीन कुमार शर्मा, कार्डियोलॉजिस्ट।  

क्या दिल के मरीज़ करा सकते हैं वैक्सीनेशन? (Can heart patients take the vaccine in Hindi)

डॉक्टर के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से पहले से ही ग्रसित है तो ये ज़रूरी हो जाता है कि ऐसे लोगों को सबसे पहले वैक्सीन लगवाने की सुविधा दी जाए। दिल की किसी भी तरह की बीमारी में मरीज़ पहले से ही हाई रिस्क ज़ोन में होता है और समय के साथ उसके फेफड़े भी प्रभावित हो जाते हैं इसलिए ऐसे मरीज़ों को कोविड 19 से बचाव के लिए वैक्सीनेशन ज़रूर कराना चाहिए। ये वैक्सीन सभी के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं और इसके साइड इफेक्ट्स भी मामूली हैं।   

क्या वैक्सीन लेने के बाद भी ज़रूरी है सावधानी? (Is it necessary to be careful after taking the vaccine in Hindi)

कोविड 19 से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज़ लेने के बाद भी सावधानी बरतनी ज़रूरी है जैसे कि मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना, हाथों को सैनिटाइज़ करना। कोई भी व्यक्ति ये ना समझे कि वैक्सीन लेने के बाद वह अब पहले की तरह ही रह सकता है। वैक्सीन लेने के बाद शरीर में वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता पैदा होती है और इस इम्यूनिटी को बचा कर रखना बहुत ज़रूरी है। अगर काफ़ी ज्यादा तादाद में कोरोना वायरस आपको इंफेक्ट करने की कोशिश करता है और आपकी प्रतिरोधक क्षमता उससे लड़ने में काररगर साबित नहीं होती, तो ऐसे में इस बीमारी के कारण जान भी जा सकती है। इसलिए, वैक्सीन लेने के बाद भी सावधानी बरतें और सभी लोग वैक्सीनेशन करवाएं क्योंकि इससे हमारी सुरक्षा पहले से बढ़ जाती है।  

किस तरह की सावधानियां बरतें ह्द्य रोगी? (What kind of precautions should heart patients take in Hindi)

दिल के मरीज़ों को सामान्य लोगों के मुक़ाबले ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कम हो या फिर जिन लोगों के फेफड़ों के थैलियों में तरल पदार्थ इकट्ठा हो जाता है जिसे पल्मोनरी एडीमा कहते हैं, ऐसे लोग स्वस्थ व्यक्ति की तरह व्यवहार नहीं कर सकते हैं और इनमें संक्रमण का ख़तरा ज्यादा होता है। हार्ट के मरीज़ों को अपने नाक, गले और फेफड़ों की सफ़ाई करते रहना चाहिए। नाक की सफ़ाई के लिए गर्म पानी से धोएं, गले की सफ़ाई के लिए गर्म पानी से गरारें करें और स्टीम लेकर फेफड़ों की सफ़ाई करते रहें। इसके अलावा खाने पीने में पानी, नमक और फैट्स की मात्रा ना बढ़ाएं क्योंकि इससे पल्मोनरी एडीमा हो सकता है जिससे व्यक्ति को संक्रमण का ख़तरा होता है। अपने भोजन में फल और सब्ज़ियों की मात्रा बढ़ा दें, साथ ही व्यायाम करें और पूरी नींद लें। दिल के मरीज़ लगातार दवाईयों का सेवन करते रहें और अपना ब्लड प्रेशर चेक करते रहें। ब्लड प्रेशर बढ़ने पर अपने डॉक्टर से फोन पर ही सलाह लें। इसके अलावा कोरोना वायरस से बचाव के लिए बताए गए सभी नियमों का पालन करते रहें।  

डॉक्टर की सलाह? (Doctor’s advice in Hindi)

परिवार के साथ साथ समाज के लिए भी हर एक व्यक्ति का जीवन अनमोल है इसलिए कोरोना के नियमों का पालन करें ताकि इंफेक्शन की चेन को तोड़ा जा सके। सभी लोग सामाजिक दूरी बनाएं रखें, मास्क पहने, बेवजह घर से ना निकलें, हाथों को सैनिटाइज़ करते रहें, हाथों से चेहरे, आंख, नाक को ना छुएं, दिन में दो बार कपड़े बदलें और इस लड़ाई में एक दूसरे का साथ दें।  

डिस्कलेमर – दिल के मरीज़ों के वैक्सीनेशन और बचाव पर लिखा गया यह लेख पूर्णत: डॉक्टर प्रवीण कुमार शर्मा, कार्डियोलॉजिस्ट द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।

This information on COVID Vaccination for Heart Patient, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Praveen Sharma (Cardiologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.

    

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