कोरोना के दौर में ज्यादातर माता पिता अपने बच्चों की मोबाइल देखने की बढ़ती आदतों से परेशान हैं। इस लेख के ज़रिए जानिए कुछ ऐसी चीज़ें जिनसे बच्चों के मनोरंजन के साथ उनके ज्ञान में भी बढ़ोतरी होती है और वे मोबाइल से दूर रहते हैं।
आज के समय में मोबाइल एक ऐसी चीज़ है जिसके असर से कोई भी नहीं बच सका है यहां तक कि छोटे बच्चे भी मोबाइल देखने के आदि होते जा रहे हैं और इससे उन्हें बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है। क्योंकि बच्चे पढ़ाई के साथ साथ मोबाइल के ज़रिए ही अपना मनोरंजन भी कर रहे हैं इसलिए वे ज्यादा से ज्यादा समय मोबाइल पर ही गुज़ारते हैं। ऐसे में उनके सेहत पर बुरा असर पड़ता है और सबसे ज्यादा परेशानी आंखों में होती है। मोबाइल से बच्चों को दूर रखने के लिए आप बहुत सी ऐसी चीज़ें बच्चों से करवा सकते हैं जिसे करना बेहद आसान है।
- बागवानी यानि पौधे लगाना एक बहुत ही आसानी से होने वाला काम है जिसमें माता पिता बच्चों को कई तरह की नई चीज़े भी सिखा सकते हैं। आप अपने बच्चों के साथ घर के आंगन में या छत पर छोटे छोटे गमलों में पौधे लगाने का काम करवा सकते हैं। साथ ही उनमें पानी डालना और देखभाल करने के ज़िम्मेदारी आप उन्हें सौंप सकते हैं। इसके अलावा आप बच्चों को पौधों के अलग अलग हिस्सों जैसे कि जड़, डालियां, फूल वगैरह के बारे में ढेर सारी जानकारी भी दे सकते हैं। यही नहीं गमलों में पौधों को लगाने से पहले उन्हें रंगने का काम भी आप बच्चों के साथ मिलकर कर सकते हैं। बागवानी एक ऐसा काम है जिससे बच्चे प्रकृति के बारे में सजग होते हैं और उसकी अहमियत भी समझते हैं।
- बच्चों को मोबाइल से दूर रखने में ड्रॉइंग और पेंटिंग बहुत ही असरदार होती है। लगभग हर बच्चे को रंगों से प्यार होता है जिसे वो किसी ना किसी तरह कागज़ पर उतारते हैं। ड्रॉइंग और पेंटिंग के काम को और भी मज़ेदार बनाने के लिए आप उनसे चित्र बनवाकर और रंग भरवाकर फ्रेम कर उनके कमरे में सजा सकते हैं। जब वे अपने कमरे में अपने द्वारा ही बनाए गए चित्रों को देखते हैं तो वे अपनी कला को ठीक से पहचानने लगते हैं, साथ ही और भी अच्छा करने के लिए प्रेरित होते हैं।
- कोलाज मेकिंग भी बच्चों को कुछ क्रिएटिव सिखाने और समय बिताने का एक अच्छा उपाय है। कोलाज बनाने के लिए आप अपने बच्चों को पुराने मैगज़ीन, अखबार और किताबें दे सकते हैं और साथ ही उन्हें एक विषय यानि टॉपिक दे दें जैसे कि पर्यावरण, ग़रीबी, पानी वगैरह ताकि वे ख़ुद ही उस विषय से संबंधित चित्र और कोटेशन छांट कर चिपका सकें। क्योंकि बच्चे ख़ुद ही विषय के अनुसार पुरानी किताबों और मैगज़ीन से चीज़े इकट्ठा करते हैं इसलिए उनमें किसी विषय को लेकर समझ बढ़ती है और वे साथ ही उन ख़बरों के प्रति भी जागरूक होते हैं। कोलाज मेकिंग द्वारा बच्चों में क्राफ्ट वर्क की सूझबूझ भी बढ़ती है।
बच्चों को मोबाइल से दूर रखने में इन सभी के अलावा कई और छोटी मोटी चीज़ें हैं जिनसे वे नए कामों को करना सीखते हैं और उनका समय मनोरंजन के साथ गुज़रता है। हालांकि इन सभी चीज़ों को लगातार करने की बजाय दोहराते रहें ताकि वे इनसे बोर ना हों।