हम सभी अलग-अलग समय पर चिंता और तनाव का अनुभव करते हैं, जो हमारे दिमाग़ को ख़तरों या कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार करता है, लेकिन कभी-कभी चिंता बहुत गंभीर हो सकती है, जिससे मानसिक और शारीरिक नुकसान होता है।
इस सदी का सबसे बुरा पहलू अकेलापन, उदासी, तनाव, चिंता और खालीपन है, जिसने आम व्यक्ति को चिंतित कर दिया है। इस तनाव को अनिश्चितता या फिर कुछ अप्रिय घटना के डर के तौर पर देखा जा सकता है। चिंता एक मनोवैज्ञानिक और मानसिक स्थिति है जो बुज़ुर्ग लोगों के साथ-साथ युवा लोगों को भी प्रभावित करती है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि किसी व्यक्ति और उसकी ख़ुद की मानसिक क्षमता उसके आसपास के माहौल पर निर्भर करती है। आंकड़ों के मुताबिक लाखों लोग चिंता और अवसाद यानि डिप्रेशन से पीड़ित हैं। तनाव दूर करने के लिए सकारात्मक सोच, आशा, व्यवहार और आत्मविश्वास ज़रूरी है। यह हमें बुरी स्थितियों से बाहर निकलने का कौशल सिखाते हैं।
अपने विचारों को बदलें
यह एक मानी हुई बात है कि व्यक्ति अपनी सोच का आइना होता है। सकारात्मक सोच, सकारात्मक विचार और आशावादी व्यक्ति हर हालात में अच्छाई और सच्चाई को नहीं छोड़ता है और ऐसे लोगों का चेहरा हमेशा मुस्कुराता हुआ दिखेगा। दूसरी ओर, नकारात्मक विचार रखने वाले लोगों को हर चीज़ में बुराई दिखती है और ऐसे लोग कभी भी अपनी परेशानियों से बाहर नहीं आ पाते।
डर पर काबू पाएं
जो लोग चिंता से पीड़ित होते हैं, वे विनाशकारी भावना रखते हैं कि वे बेकार हैं। उनमें आत्मविश्वास नहीं होता है और वे अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की बजाय लगातार डर में जीते हैं कि उनके साथ क्या होगा। ऐसे लोगों पर अपने अतीत और भविष्य को खोने का डर हमेशा हावी रहता है। ये लोग मूडी और अस्थिर होते हैं। वे उत्साह के साथ काम करना शुरू तो करते हैं लेकिन कुछ दिनों में वे हार मान लेते हैं।
सकारात्मक विचार वाले लोगों के साथ दोस्ती करें
कहा जाता है कि एक आदमी अपने आसापास मौजूद लोगों से जाना जाता है। यदि आप असहज महसूस करते हैं, तो ऐसे लोगों के साथ समय बिताएँ जो आपको बेहतर बना सकते हैं क्योंकि अकेलापन भी चिंता का एक ख़ास कारण है। प्रत्येक सुबह उठने के बाद एक दिन के काम को शेड्यूल करें क्योंकि यह पॉज़िटिव दिमाग़ी कसरत आपके लिए सबसे अच्छी हो सकती है। बार-बार ख़ुद को आश्वस्त करें कि आपको लगातार काम करना है। इन सभी चीज़ों की मदद से आप तनाव और चिंता को अपने से दूर कर सकते हैं और एक पॉज़िटिव एप्रोच के साथ जिंदगी जी सकते हैं।