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झड़ते बालों से हैं परेशान, तो करें ये उपाय

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बालों का झड़ना कैसे रोके? | Kaise Roke Hair Loss/ Hair Fall in Hindi? | Dr Amit Madan

बालों का झड़ना आम बात है लेकिन अगर ये बहुत तेज़ी से गिरने लगे तो सावधान हो जाना चाहिए। बाल झड़ने की क्या है वजह और कैसे हो सकता है इसका इलाज, बता रहे हैं डॉक्टर अमित मदान (त्वचा विशेषज्ञ) 

काले घने और सुदंर बाल हर किसी का ध्यान अपनी तरफ़ खींचते हैं। भला कौन है जो ये नहीं चाहता कि उसके बाल खूबसूरत दिखें। बाल हमारी पर्सनैलिटी को निखारने में एक बहुत ही अहम रोल अदा करते हैं। बाल छोटे हों या लंबे, काले या फिर भूरे लेकिन स्वस्थ होने चाहिए। बालों को संवारने के लिए लोग अच्छी क्वालिटी का शैंपू, कंडीशनर और तेल इस्तेमाल करते हैं और साथ ही कई घरेलू नुस्खे भी अपनाते हैं। लेकिन इन सभी के बावजूद अगर हर रोज़ आपको अपने तकिए पर बाल गिरे हुए मिले या फिर शैंपू के वक्त ज्यादा बाल झड़ें तो यह समझ लेना चाहिए कि बालों को और भी ज्यादा देखभाल की ज़रुरत है। 

क्या है बालों का झड़ना और इसके लक्षण? (What is hair loss and its symptoms?) 

आमतौर पर किसी भी इंसान के लगभग 50 से 100 बाल हर रोज़ गिरते हैं लेकिन अगर 100 से ज्यादा बाल गिरने लगे तो कुछ समय बाद गंजापन हो सकता है। ऐसे में समय पर ट्रीटमेंट करा लेना चाहिए ताकि गंजेपन से बचा जा सके। बालों को वापस लाना बहुत ही मुश्किल होता है लेकिन इनका बचाव आसान है। अगर व्यक्ति ये महसूस करे कि उसके बाल शैंपू के बाद, कंघी करते समय ज्यादा झड़ रहे हैं या फिर तौलिए और तकिये पर मिलने लगे तो यह बालों का झड़ना यानि हेयर फॉल है। साथ ही अगर व्यक्ति को अपने सिर के किसी हिस्से में खालीपन और चिकनाहट दिखने लगे तो ये भी हेयर फॉल के लक्षण हैं। महिलाओं की चोटी की लंबाई और घनापन कम होना भी बाल झड़ने की निशानी है।  

क्यों झड़ते हैं बाल? (Why does hair fall?) 

महिलाओं और पुरुषों के बाल झड़ने में फ़र्क होता है जिसकी वजह है उनके अंदर पाया जाने वाला हॉरमोन। पुरुषों में टेस्टोस्टेरॉन (Testosterone) नाम का होरमोन पाया जाता है जिसके ज्यादा एक्शन की वजह से सिर के बाल झड़ने लगते हैं जिसमें सबसे ज्यादा सिर के उपरी हिस्से और सामने के बाल होते हैं जबकि दाढ़ी और मूंछों के बालों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इसके अलावा जेनेटिक कारणों से भी बाल झड़ते हैं। महिलाओं की बात करें तो अच्छी डाइट ना लेना, तनाव, प्रेगनेंसी के बाद या किसी बीमारी की वजह से बाल झड़ने लगते हैं। इसके अलावा माहवारी बंद होने के दौरान भी बालों का झड़ना देखा जाता है। कई लोगों और खासकर बच्चों के सिर में बाल एक साथ गुच्छे के रुप में निकल जाते हैं वहां खालीपन हो जाता है जिसे एलोपेशिया एरेएटा (Alopecia areata) कहा जाता है। कोविड के दौरान ये बीमारी ज्यादा देखने को मिल रही है क्योंकि लोग कई वजह से भारी तनाव से गुज़र रहे हैं।  

क्या डैंड्रफ़ से भी झड़ते हैं बाल? (Does dandruff also cause of hair loss?)

डैंड्रफ़ से सिर पर सफ़ेद पपड़ी सी जम जाती है लेकिन आमतौर पर रुसी का हेयर फॉल से कोई सीधा संबंध नहीं है। हां अगर रुसी को साफ़ नहीं किया जाए तो इससे सिर में इंफेक्शन हो सकता है जिससे बाल झड़ सकते हैं।  

क्या है झड़ते बालों का इलाज? (What is the treatment for hair loss?)

बालों को झड़ने से बचाने के लिए त्वचा विशेषज्ञ उसके कारण का पता लगाते हैं। अगर तनाव की वजह से बाल झड़ रहे हैं तो सीरम और पेपटाइड दिए जाते हैं जिससे दो-तीन महीनों में बालों का गिरना बंद हो जाता है। वहीं होरमोन के कारण गिरने पर पहले बालों पर लगाने के लिए जेल (Gel) दी जाती है और बाद में दवाईयां भी। कई बार इंजेक्शन भी मरीज़ को दिए जाते हैं। लेकिन अगर हेयर फॉल इतना ज्यादा हो कि बालों को वापस लाना नामुमकिन है तो ऐसे में हेयर ट्रांसप्लांट ही इकलौता उपाय होता है। ये एक तरह की सर्जरी है जिसे स्पेशलिस्ट द्वारा ही कराना चाहिए।  

कैसे करें रोकथाम? (How to prevent?)

कई लोगों को ग़लतफ़हमी है कि हर रोज़ बाल धोने से उन्हें नुकसान होता है लेकिन ऐसा नहीं है। बालों को केमिकल फ्री और माइल्ड शैंपू से साफ़ करना चाहिए जिसका पीएच वेल्यू 5.5 के आसपास हो। साथ ही अच्छा कंडीशनर इस्तेमाल करना चाहिए ताकि बाल उलझे नहीं। नुकीली कंघी के बजाय हल्के ब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर सिर की त्वचा रुखी है तो नमी देने के लिए अच्छा हेयर ऑयल लगाना चाहिए। लोगों में एक भ्रांति ये भी है कि हमेशा बालों में तेल लगाना चाहिए जबकि ऐसा नहीं है। कई लोगों की त्वचा में तेल कुदरती तौर पर बनता है और इसलिए उन्हें तेल की ज़रुरत नहीं पड़ती। बालों में लगाने के लिए जो सीरम दिए जाते हैं उसे तेल लगाने से पहले इस्तेमाल करना चाहिए वर्ना सीरम का असर नहीं होगा। इसके अलावा खाने में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा लेनी चाहिए जैसे अंकुरित दाल, बादाम और सोयाबीन। साथ ही हरी सब्ज़ियां, अनार का जूस, चुकंदर, मछली, अंडा वगैरह भी खाने में शामिल करना चाहिए।  

क्या घरेलु नुस्खें फ़ायदेमंद हैं? (Are Home Remedies beneficial?)

कई लोग दही, मेहंदी और अंडा बालों पर लगाते हैं लेकिन ज्यादातर लोगों को इन चीज़ों के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती जैसे कि इनका पीएच मान कितना है इसलिए बिना जानकारी के कोई भी चीज़ बालों पर न लगाएं क्योंकि इससे समस्या और भी बढ़ सकती है। 

क्या है डॉक्टर की सलाह? (What is doctor’s advice?) 

अच्छों बालों के लिए सबसे ज़रुरी है अच्छी डाइट और सही जीवनशैली यानि वक्त पर सोना, खाना और काम करना। डाइट में प्रोटीन और आयरन की मात्रा ज्यादा लें। तनाव से बचें, पूरी नींद लें और खुद से कोई घरेलु नुस्खे ना अपनाएं। इसके अलावा जहां बाल झड़ रहे हैं वहां शेव ना करें क्योंकि शेव करने से बाल घने नहीं होते और इससे बालों को दोबारा उगने में दो से तीन महीने का वक्त लग जाता हैं।  

डिस्क्लेमर – हेयर फॉल की बीमारी, इसके लक्षण, कारण तथा इलाज पर लिखा गया यह लेख पूर्णत: डॉक्टर अमित मदान (त्वचा विशेषज्ञ) द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।    

Note: This information on Hair Fall, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Amit Madan (Dermatologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.

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