डिलीवरी के बाद एक माँ को पौष्टिक भोजन करने की ज़रूरत है जिससे कि शरीर में आई कमज़ोरी दूर हो सके। क्योंकि माँ अपने बच्चे को दूध भी पिलाती है इसलिए खानपान बढ़िया होना आवश्यक है। किस तरह के भोजन से महिला की रिकवरी जल्दी होती है, बता रही हैं डॉ शाहिदा नग़मा, स्त्री रोग विशेषज्ञ।
आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट्स हैं ज़रूरी (Iron and calcium supplements are essential in Hindi)
बच्चे के जन्म के बाद एक माँ को पौष्टिक भोजन करना आवश्यक है क्योंकि एक तो वो बच्चे को अपना दूध पिलाती है और दूसरा ये कि उनके शरीर को भी रिकवर होने के लिए ऊर्जा चाहिए होती है। डॉ के अनुसार भारत में अधिकत्तर महिलाओं में आयरन की बहुत ज़्यादा कमी पाई जाती है इसलिए डिलीवरी के बाद आयरन सप्लीमेंट्स लेना ज़रूरी है। वैसे भी आयरन एक ऐसा मिनरल है जो हमारे शरीर द्वारा कम सोखा जाता है, ऐसे में आयरन सप्लीमेंट्स के तौर पर लेना अच्छा है। इसके साथ ही महिला के शरीर में कैल्शियम की भी कमी नहीं होनी चाहिए क्योंकि इससे हड्डियाँ कमज़ोर होती हैं। इसलिए, आमतौर पर सभी महिलाओं को डिलीवरी के बाद एक या दो महीने तक आयरन और कैल्शियम की गोलियां खाने के लिए दी जाती है। आयरन और कैल्शियम की गोलियां और सप्लीमेंट्स लेने से पहले एक बात का ध्यान रखें कि ये दोनों चीज़ें एक साथ कभी नहीं लेनी चाहिए क्योंकि ये दोनों तत्व एक दूसरे को शरीर में ऐब्सॉर्ब होने से रोकते हैं। यह अच्छा होगा अगर आप आयरन के सप्लीमेंट और गोलियां सुबह खाली पेट लें जबकि कैल्शियम की टेबलेट रात में कुछ खाने के बाद ले सकते हैं।
खाने-पीने में किन चीज़ों को करें शामिल? (What kind of things should be included in diet in Hindi)
खाने पीने की चीज़ों में भी आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ लेना चाहिए जैसे कि हरी सब्ज़ियां, पालक, चना, गुड वगैरह। आयरन और कैल्शियम के अलावा खाने-पीने में प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए जैसे कि दाल, अंडा सोयाबीन वगैरह। इसके साथ ही थोड़ी मात्रा में ज़रूरी और अच्छे फैट्स का भी होना आवश्यक है जो कि मछली, लिवर, बादाम, अखरोट वगैरह में पाया जाता है।
डिसक्लेमर- डिलीवरी के बाद एक महिला की जल्द रिकवरी के लिए किस तरह का भोजन करना चाहिए, इस पर लिखा गया यह लेख पूर्णतः डॉ शाहिद नगमा, स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।
This information on Post-Pregnancy Diet in Hindi is based on an extensive interview with Dr Shahida Naghma (Gynecologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.