क्या आपकी आंखें लाल हो जाती हैं और उनसे पानी आता है? आंखों से पानी आने का कारण और इसके इलाज के बारे विस्तार से बता रहे हैं डॉक्टर सौरभ गंगवार, नेत्र विशेषज्ञ। 

कुछ लोगों की आंखे हमेशा लाल हो जाती हैं और उनसे पानी भी आता है जिसे वॉटरी आइस (Watery Eyes) कहा जाता है। आंखों से पानी आने के कई कारण हैं जिनमें एलर्जी, किसी तरह का इंफेक्शन या फिर आंसू निकलने वाले रास्ते में किसी तरह की रुकावट होना शामिल है। एलर्जी की बात करें तो एक व्यक्ति को किसी भी चीज़ से एलर्जी हो सकती है।  

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आंखों से पानी आने के कारण (Reasons for watery eyes in Hindi)

एलर्जी की वजह से आंखों में पानी आना एक बहुत ही सामान्य बात है। ये एलर्जी किसी भी चीज़ से हो सकती है जैसे फूल-पत्तियां, धूल-मिट्टी, वायु प्रदूषण, पालतु जानवरों, पर्फ्यूम और कुछ दवाईयां। वहीं इफेक्शन की बात करें तो कन्जक्टिवाइटिस की वजह से भी आंखें लाल हो जाती हैं। इसके अलावा कुछ कीटाणुओं की वजह से आंखों में पानी आता है। हमारी आंखों में आंसू निकलने का रास्ता होता है जिनमें किसी तरह की रुकावट पैदा होने के कारण भी आंखों से पानी आने लगता है। बच्चों में पैदायशी तौर पर आंसू निकालने वाली ग्रंथियों में किसी तरह की दिक्कत होने पर आंखों से पानी आने लगता है। हालांकि शुरू के एक साल के अंदर बच्चों में ये समस्या 80 से 90 प्रतिशत तक ख़ुद ही ठीक हो जाती है। लेकिन जिन बच्चों में ये परेशानी ख़त्म नहीं होती, उनके लिए डॉक्टर आंखों पर एक ख़ास तरह की मसाज करने की सलाह देते हैं। अगर एक साल तक मसाज द्वारा भी किसी तरह का सुधार ना हो तो डॉक्टर आंखों में बंद हुए रास्ते को खोलने की कोशिश करते हैं। इन सभी के बावजूद भी अगर फ़ायदा ना हो तो रास्ता खोलने के लिए डीसीआर सर्जरी की जाती है।  

क्या हैं इसके लक्षण? (What are its symptoms in Hindi)

इसके लक्षणों की बात करें आंखों में पानी आने के अलावा आंखें लाल हो जाना और उनमें दर्द होना शामिल है। इसके अलावा कीचड़ जमने की वजह से आंखें चिपचिपी हो जाती हैं और सुबह सो कर उठने के बाद आंखें चिपक जाती हैं। 

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कैसे होता है इसका इलाज? (What is its treatment in Hindi) 

इलाज करने के लिए सबसे पहले ये जानना बहुत ज़रूरी है कि इसका कारण क्या है। पहले ये पता लगाया जाता है कि आंखों से पानी आने का कारण किसी तरह की एलर्जी है या फिर इंफेक्शन। अगर किसी तरह के घास-फूस, पर्फ्यूम, धूल मिट्टी, केमिकल वगैरह के कारण एलर्जी हो रही है तो मरीज़ को उससे दूर रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही डॉक्टर मरीज़ को एंटी एलर्जिक दवाईयां और आंखों पर लगाने के लिए जेल देते हैं जिससे कुछ राहत मिल सके। किसी तरह के इंफेक्शन होने पर एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल दवाईयां दी जाती हैं। वहीं आंसू निकलने के रास्ते के बंद होने पर सर्जरी की जाती है। 

डॉक्टर की सलाह (Doctor’s advice in Hindi)

इससे बचने के लिए किसी भी तरह का घरेलू इलाज ना करें क्योंकि हमारी आंखें बेहद संवेदनशील होती हैं। किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर नेत्र विशेषज्ञ को दिखाएं और नियमित तौर पर दवाईयां लें।   

डिस्क्लेमर – आंखों से पानी आने के कारण, इसके लक्षण, इलाज तथा बचाव पर लिखा गया यह लेख पूर्णत: डॉक्टर सौरभ गंगवार, नेत्र विशेषज्ञ द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।    

Note: This information on Watery Eye, in Hindi, is based on an extensive interview with  Dr Saurabh Gangwar (Ophthalmologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.