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पतले और झड़ते बाल! जानिए क्या है टेलोजन एफ्लूवियम

Telogen effluvium

हमारे बालों की भी एक उम्र होती है। हमारे सिर के बाल पैदा होते हैं, बढ़ते हैं और फिर अपने आख़िरी फेज़ तक पहुँच कर झड़ जाते हैं। इस आख़िरी फेज़ को टेलोजन फेज़ यानि बाल झड़ने का फेज़ कहते हैं। सामान्य तौर पर 1 दिन में 70 से लेकर 100 बाल झड़ सकते हैं लेकिन अगर आपके बाल इससे ज़्यादा झड़ रहे हैं और पतले हो रहे हैं तो आपको इलाज की ज़रूरत है। टेलोजन एफ्लूवियम के बारे में बता रही हैं डॉ प्रभा सिंह।

टेलोजन एफ्लूवियम किसे कहते हैं? (What is Telogen effluvium in Hindi)

टेलोजन एफ्लूवियम बालों के झड़ने से जुड़ी की एक समस्या है। हमारी तरह ही हमारे बालों की भी उम्र होती है जो एक समय के बाद झड़ कर ख़त्म हो जाती है। बालों की उम्र के तीन फेज़ होते हैं जिसमें से अंतिम फेज़ को टेलोजन या फिर ओल्ड एज फेज़ कहा जाता है। आमतौर पर हम सभी के सिर पर जो भी बाल मौजूद होते हैं उनमें लगभग 90% बाल अपने शुरुआती या ग्रोइंग फेज़ में होते हैं जबकि 7-8 प्रतिशत बाल ही अपने अंतिम फेज़ यानि टेलोजन फेज़ में होते हैं। इसी अनुमान के मुताबिक लगभग 70 से 100 बाल अगर प्रतिदिन झड़े तो ये एक आम बात है लेकिन यदि इससे अधिक संख्या में बाल झड़ने लगे और साथ ही वो पतले और रोएंदार होने लगे तो ये टेलोजन एफ्लूवियम की समस्या हो सकती है।

इस समस्या के क्या कारण हैं? (What are the reasons for this problem in Hindi)

इस समस्या के अनेक कारण हो सकते हैं जिनमें न्यूट्रिशन की कमी, शारीरिक और मानसिक परेशानियाँ और साथ ही कुछ दवाइयों के रिएक्शन भी शामिल हैं।  भोजन में आयरन, कैल्शियम, जिंक, विटामिन बी12 आदि की कमी से टेलोजन एफ्लूवियम हो सकता है। इसके अलावा, किसी लंबी बीमारी,  इन्फेक्शन,  गर्भावस्था आदि के कारण भी यह समस्या हो सकती है। यही नहीं मानसिक तनाव भी इसका एक बड़ा कारण है।

क्या हैं मुख्य लक्षण? (Symptoms of Telogen effluvium in Hindi)

बालों का पतला और रोएँदार होना, सामान्य संख्या से अधिक झड़ना ख़ासकर बाल धोने के बाद, सिर के सामने और किनारों पर अत्यधिक झड़ने से त्वचा दिखने लगना, ये सभी बातें बताती हैं कि आपको टेलोजन एफ्लूवियम की समस्या हो सकती है।

बालों का झड़ना कब तक जारी रहता है? (How long does hair loss continue in Hindi)

यदि टेलोजन एफ्लूवियम का कारण न्यूट्रिशन की कमी,  दवाइयों के साइड इफेक्ट्स और गर्भावस्था है तो ऐसे में यह समस्या कुछ महीनों में अपने आप ही ठीक हो जाती है क्योंकि टेलोजन एफ्लूवियम एक सेल्फ लिमिटिंग बीमारी है। परन्तु यदि यह समस्या लंबे समय तक जारी रहती है तो ऐसे में डॉक्टर से अवश्य दिखाएं। इस समस्या का समाधान करने पर लगभग एक से तीन महीने में इसे ठीक किया जा सकता है।

इस समस्या को कैसे पहचानें? (How to recognize this problem in Hindi)

अब बात आती है कि कोई ये कैसे समझे कि उसे इस तरह की समस्या है।  टेलोजन एफ्लूवियम को आसानी से पहचाना जा सकता है। इसके लिए आप अपने दिनभर के टूटे हुए बालों को इकट्ठा करके एक प्लास्टिक बैग में रखें। ऐसा आप लगभग एक सप्ताह तक करते रहे और ये देखें कि आपके बाल 100 से अधिक झड़ रहे हैं या नहीं। 100 से अधिक बाल झड़ने पर ये टेलोजन एफ्लूवियम हो सकता है। इसके अलावा, अगर आपके बाल आसानी से टूट जाते हैं या फिर आपके बालों का रंग भूरा हो गया हो और साथ ही सिर की त्वचा दिखने लगे तो ये मान लेना चाहिए कि यह टेलोजन एफ्लूवियम की समस्या ही है।

कोविड के समय क्यों बढ़ गई ये समस्या? (Why did this problem increase during the time of COVID in Hindi)

कोविड एक वायरल इंफेक्शन है और किसी भी इन्फेक्शन के कारण हमारे शरीर में मौजूद प्रोटीन और दूसरी चीज़ें प्रभावित होती हैं जिसका असर बालों पर पड़ना स्वाभाविक है। इसके अलावा, कोरोना के समय लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी काफ़ी असर पड़ा है जिससे अधिकतर लोगों में टेलोजन एफ्लूवियम की समस्या होते देखी गई।

उपचार कैसे होता है? (Treatment of Telogen effluvium in Hindi)

अगर आप टेलोजन एफ्लूवियम की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि ये पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है। टेलोजन एफ्लूवियम की समस्या का निदान करने के लिए इसके कारणों को समझना होता है। यदि यह गर्भावस्था, किसी इन्फेक्शन या दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट्स के कारण हुआ है तो ये अपने आप ही कुछ दिनों में ठीक हो जाता है और इसमें ज्यादा इलाज की ज़रूरत नहीं पड़ती। लेकिन यदि समस्या लंबे समय तक रहे तो ऐसे में व्यक्ति का न्यूट्रिशनल लेवल चेक किया जाता है कि कहीं उसके शरीर में कैल्शियम, विटामिन बी12 आयरन, जिंक आदि की कमी तो नहीं।  इनकी कमी होने पर मरीज़ को सप्लीमेंट्स दिए जाते हैं। इसके अलावा, मरीज़ को सिर पर लगाने के लिए जेल और सीरम भी दिए जाते हैं और साथ ही पौष्टिक भोजन करने की सलाह दी जाती है।

डिसक्लेमर- टेलोजन एफ्लूवियम समस्या के कारण, लक्षण और इलाज पर लिखा गया यह लेख पूर्णतः डॉ प्रभा सिंह कॉस्मेटोलॉजिस्ट द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।

Note: This information on Telogen effluvium, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Prabha Singh (Dermatologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.

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