सीने का दर्द वैसे तो एक आम बीमारी है जिसे चेस्ट पेन कहा जाता है लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए वर्ना ये जानलेवा भी साबित हो सकता है। क्यों होता है सीने में दर्द और क्या है इसका इलाज बता रहे हैं डॉक्टर शंकर त्रिपाठी, एमेरजेंसी मेडिसीन स्पेशलिस्ट।
- सीने में दर्द का क्या है कारण?
- क्या हार्ट अटैक से होता है सीने में दर्द?
- सीने में दर्द के लक्षण
- सीने के दर्द का परीक्षण
- कितना घातक है सीने का दर्द?
- कैसे बचें सीने के दर्द से?
सीने में दर्द होने की सबसे बड़ी वजह वैसे तो हमारे दिल से ही जुड़ी है फिर भी चेस्ट पेन के कई दूसरे कारण भी होते हैं। छाती हमारे शरीर का एक बहुत बड़ा हिस्सा होता है और इसके अंदर कई सारे अंग होते हैं। छाती के अंदर मौजूद इन अंगों में जब किसी तरह की दिक्कत होती है तो उससे सीने में भी दर्द हो सकता है। ये दर्द हमारे सीने के दायें, बायें, बीच में और नीचे हो सकता है। छाती के पीछे के हिस्से में भी किसी तरह की गड़बड़ी हो तो चेस्ट पेन हो सकता है।
सीने में दर्द का क्या है कारण? (What causes chest pain in Hindi)
छाती का दर्द मुख्य तौर पर ह्रद्य से जुड़ा है जिसमें बहुत ही सावधान रहने की ज़रूरत है। इसके अलावा जहां भी दर्द हो वहां से जुड़े भी कुछ ख़ास कारण होते हैं जैसे अगर किसी व्यक्ति को दायीं तरफ दर्द हो तो इसका कारण लीवर या पित्ताशय से जुड़ा हो सकता है। लीवर में पस भर जाने पर या पित्ताशय में पथरी होने पर सीने में दर्द की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा फेफड़ों या फिर डायफ्राम में किसी तरह की दिक्कत होने से सीने में दर्द उठ सकता है। लंबे वक्त तक अगर दर्द हो तो इसके पीछे टीबी के कारण बनने वाले फाइब्रोसिस हो सकते हैं। बायीं तरफ़ दर्द होने पर तिल्ली या फिर दिल से जुड़ा कोई कारण हो सकता है। गैस की समस्या से भी सीने के बीचों बीच दर्द होता है। हालांकि दिल का दौरा पड़ने से जो दर्द होता है वह सबसे ख़तरनाक होता है। हार्ट अटैक से होने वाला दर्द बीच से शुरू होकर बाएं तरफ़ के हाथ, कंधे, गले के साथ साथ पीछे भी चला जाता है। कई बार किसी तरह के चोट की वजह से भी दर्द हो सकता है।
क्या हार्ट अटैक से होता है सीने में दर्द? (Does heart attack cause chest pain in Hindi)
सीने में दर्द की वजह से हार्ट अटैक नहीं होता लेकिन हार्ट अटैक की वजह से सीने में दर्द ज़रूर हो सकता है। यह दर्द बहुत ही अलग तरह का होता है जिसमें मरीज़ को तेज़ दर्द होता है और ऐसा लगता है कि उनके दिल को दबाया या निचोड़ा जा रहा हो। हार्ट अटैक का दर्द लंबे वक्त तक रह सकता है और मरीज़ को ऐसा महसूस होता है कि दर्द की वजह से उसकी जान भी जा सकती है। ये दर्द सीने से शुरू होकर बायीं तरफ़ के हाथ, कंधे, जबड़े, गले और पीठ की तरफ़ भी जा सकता है।
सीने में दर्द के लक्षण (Symptoms of chest pain in Hindi)
सीने के दर्द के साथ ही मरीज़ को सिर में भी दर्द होता है और उल्टी हो सकती है। व्यक्ति को घबराहट और बेचैनी के साथ पसीना आता है। इसके अलावा बायें हाथ में झनझनाहट भी महसूस होती है। अगर मरीज़ में ये लक्षण दिखते हैं तो फ़ौरन हॉस्पिटल जाना चाहिए क्योंकि ये जानलेवा भी साबित हो सकता है।
सीने के दर्द का परीक्षण (Test of chest pain in Hindi)
सीने का दर्द जिन कारणों से हो रहा है, उन कारणों का पता लगाकर इलाज किया जाता है। जैसे गैस्ट्राइटिस (Gastritis) की वजह से पेन होने पर डॉक्टर एंटी गैस्ट्राइटिस दवाइयां देते हैं। इसके अलावा अगर किसी मस्कूलोस्केलेटल पेन (Musculoskeletal pain) की वजह से सीने में दर्द हो रहा हो तो डॉक्टर उन्हें पेन किलर देते हैं और साथ ही एक्स रे, सी टी स्कैन करके जांच की जाती है। अगर पित्ताशय में पथरी की वजह से मरीज़ को सीने में दर्द होता है तो पित्ताशय को निकाल दिया जाता है। कई लोगों को और ख़ासकर युवाओं को चिंता और घबराहट की वजह से भी दर्द होता है तो ऐसे में डॉक्टर दवाईयों के साथ ही उनकी काउंसिलिंग भी करते हैं।
कितना घातक है सीने का दर्द? (How risky is chest pain in Hindi)
कई लोग सीने के दर्द को हल्के में लेते हैं और इसकी जांच नहीं कराते। जबकि सीने के दर्द का सबसे मुख्य कारण है हार्ट अटैक इसलिए किसी भी व्यक्ति को चेस्ट पेन को कार्डियक पेन ही समझना चाहिए और तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर मरीज़ की पूरी मेडिकल डिटेल लेते हैं और कई तरह की जांच करते हैं जैसे ईसीजी (ECG), ब्लड टेस्ट और ट्रोपोनिन टेस्ट (Troponin Test)। ख़ून में ट्रोपोनिन का लेवल ज्यादा होना हार्ट अटैक का लक्षण होता है। इन जांचों के बाद अगर कर्डियक पेन की बात सामने नहीं आती है तभी डॉक्टर दूसरे कारणों का पता लगाते हैं। लेकिन अगर कार्डियक पेन की समस्या सामने आती है तब डॉक्टर एंजियोग्राफी तथा एंजियोप्लास्टी करते हैं। कई बार हार्ट में कॉलोस्ट्रोल ज्यादा हो जाने पर ब्लॉकेज हो जाता है जिसके लिए बाइपास सर्जरी करनी पड़ती है।
कैसे बचें सीने के दर्द से? (How to prevent chest pain in Hindi)
जिस कारण से सीने में दर्द हो रहा है उसे ठीक करना बहुत ज़रूरी है। सामान्य तौर पर गैस की वजह से दर्द होता है इसलिए ऐसे लोगों को नियमित तौर पर व्यायाम करना चाहिए। साथ ही संतुलित भोजन खाना चाहिए जिसमें फल और सब्ज़ियां शामिल हों। कार्डियक पेन से बचने के लिए सही जीवनशैली अपनाएं, अच्छा भोजन करें, जंक फूड से बचें, तनाव को दूर रखें और भरपूर नींद लें।
डिस्कलेमर – सीने का दर्द, इसके लक्षण, कारण, इलाज तथा बचाव पर लिखा गया यह लेख पूर्णत: डॉक्टर शंकर त्रिपाठी, एमेरजेंसी मेडिसीन स्पेशलिस्ट द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।
Note: This information on Chest Pain, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Shiv Shankar Tripathi (Emergency Medicine Specialist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.