माँ का दूध बच्चे के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद है लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्तनपान कराने से माँ को भी कई तरह के लाभ मिलते हैं। आइए जानते हैं कि स्तनपान कराने से बच्चे के साथ साथ माँ को किस तरह के लाभ होते हैं। 

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  • गर्भावस्था के दौरान महिला का गर्भाशय बहुत बड़ा हो जाता है जिसे वापस अपनी स्थिति में आने में काफ़ी समय लगता है। ऐसे में स्तनपान कराने से गर्भाशय जल्द ही अपने आकार में आ जाता है और शरीर में ख़ून की कमी नहीं होती। 
  • जन्म के तुरंत बाद शिशु को दूध पिलाने से महिला के स्तन में भारीपन नहीं रहता और शरीर सुडौल बना रहता है। 
  • स्तनपान का एक फ़ायदा ये भी है कि स्तन में किसी तरह की गांठ बनने का ख़तरा कम हो जाता है और साथ ही इससे यूट्रस और ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में भी मदद मिलती है।  
  •  यही नहीं, स्तनपान कराने से परिवार नियोजन में भी मदद मिलती है क्योंकि इससे दोबारा गर्भधारण करने में देरी होती । 
  • स्तनपान कराने वाली महिलाएं प्राकृतिक तौर पर ज़्यादा खुश और तनावमुक्त रहती हैं और आने वाले समय में अपने बच्चे के साथ सही तालमेल बिठाने में सक्षम होती हैं। 
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आइए जानते हैं कि डिलीवरी के बाद किस तरह का भोजन महिला को करना चाहिए:

डिलीवरी के बाद महिलाओं में कमज़ोरी और थकान होना स्वाभाविक है। कुछ महिलाओं में कमज़ोरी इतनी ज़्यादा हो जाती है कि प्राकृतिक तौर पर उनके स्तन में दूध नहीं बन पाता और इसलिए वे बच्चों को स्तनपान नहीं करा पातीं। ऐसे में महिला के खानपान का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। 

डिलीवरी के बाद महिला को ऐसा भोजन करना चाहिए जो गरिष्ठ ना होकर हल्का और सुपाच्य हो। महिला के भोजन में प्रोटीन और फाइबर भरपूर हो। इसके साथ ही थोड़ी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और फैट्स लिया जा सकता है। खाने में महिला को चावल, रोटी, सूजी, रागी जैसे अनाज दिए जा सकते हैं जबकि प्रोटीन के लिए दाल, सोयाबीन, अंडा, मछली वगैरह लेना चाहिए। बात करें फैट्स और मिनरल्स कि तो दूध, दही, पनीर वगैरह ज़रूरी है। इसके अलावा, मौसमी फल और सब्जियां भी भरपूर मात्रा में खानी चाहिए। याद रखें नवजात शिशु की माताओं को हमेशा गर्म और ताज़ा भोजन ही खाना चाहिए। अच्छे भोजन से माँ का दूध बनने में मदद मिलती है।