खाँसी दो तरह की होती है। एक जिसमें कफ़ भी निकलता है और दूसरा बिना कफ़ के जिसे ड्राई कफ़ यानि सूखी खांसी कहा जाता है। सूखी खांसी में खांसने पर व्यक्ति की छाती पर ज़्यादा ज़ोर पड़ता है और गला भी छिल जाता है। आख़िर सूखी खांसी क्यों होती है और कैसे इससे छुटकारा पाएं, बता रहे हैं डॉ एच पी सिंह।
क्यों होती है सूखी खांसी? (Why does dry cough happen in Hindi)
दरअसल, सूखी खांसी दो कारणों से हो सकती है। इसका पहला कारण है व्यक्ति के शरीर का किसी ख़ास चीज़ से एलर्जी होने पर अत्यधिक रिएक्टिव हो जाना। एलर्जी किसी से भी हो सकती है जैसे कि धूल-मिट्टी, केमिकल, सुगंध, खाने-पीने की चीज़ें वगैरह। हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है और वो वस्तुओं के साथ अलग-अलग तरीक़े से रिएक्ट करता है। जब कोई चीज़ शरीर को सूट नहीं करती तो वह अत्यधिक रिएक्ट करते हुए सूखी खांसी के तौर पर बाहर निकलती है।
सूखी खांसी होने का एक और कारण है सांस की नलियों यानि ब्रोंक्यूल्स का सिकुड़ना। किन्हीं कारणों से जब सांस की नलियों में अवरुद्ध हो जाता है या वो सिकुड़ने लगती हैं तो ऐसे में व्यक्ति को सूखी खांसी आती है।
सूखी खांसी से कैसे पाएं निजात? (How to get relief from dry cough in Hindi)
सूखी खांसी से छुटकारा पाने के लिए आप घर पर ही कई तरह के उपाय कर सकते हैं। सबसे अच्छा तरीक़ा है कि आप स्टीम लें। गर्म पानी का भाप यानि स्टीम लेने से संकुचित सांस की नलियां फिर से फैलने लगती हैं और उसमें मौजूद किसी तरह की रुकावट भी हट जाती है। इसके अलावा, ऐसी चीज़ों का सेवन कर सकते हैं जिससे गले को आराम मिले जैसे कि शहद और मुलैठी। शहद और मुलैठी में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो गले को शांत करते हैं। इसके अलावा, उन वस्तुओं से भी दूरी बनाएं जो सूखी खांसी की वजह बनते हैं।
डिसक्लेमर – सूखी खांसी होने के कारण और इससे छुटकारा पाने के उपाय पर लिखा गया यह लेख पूर्णतः डॉ एच पी सिंह, ईएनटी सर्जन द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।
Note: This information on Dry Cough, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Hp Singh (ENT Surgeon) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.