माँ का दूध बच्चे के विकास के साथ साथ बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी पैदा करता है। लेकिन कई कारण हैं जिनसे डिलीवरी के बाद माँ के स्तन में दूध या तो नहीं उतर पाता या फिर कम उतरता है। कैसे बनता है माँ का दूध और कैसे इसे बढ़ा सकते हैं, बता रही हैं डॉ स्वाति श्रीवास्तव।
दूध ना आने के क्या कारण हैं? (What are the reasons for the insufficiency of breast milk in Hindi)
- कई महिलाओं के निपल्स ठीक तरह से विकसित नहीं हुए होते इसलिए प्रेग्नेंसी की शुरुआत में ही डॉक्टर से ब्रेस्ट की जांच करवा लेनी चाहिए।
- कभी कभी निप्पल में इन्फेक्शन के कारण भी दूध कम उतरता है इसलिए अपने स्तन की साफ़-सफ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।
- ब्रेस्ट में सूजन के कारण भी दूध कम उतरता है ऐसे में सै पूरे स्थान पर हॉट कंप्रेशन यानी गर्म सिकाई करनी चाहिए।
खान-पान में क्या शामिल करें? (What should be included in the diet in Hindi)
- बच्चे के जन्म के बाद एक महिला को सभी चीज़ें खानी चाहिए जो पौष्टिक हो लेकिन इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होनी चाहिए। प्रोटीन युक्त चीज़ों से माँ के दूध में वृद्धि होती है।
- हरी सब्ज़ियों का सेवन भी बहुत ज़रूरी है क्योंकि इसमें कई तरह के विटामिन और मिनरल्स भरे होते हैं।
- अगर दूध ना हो रहा हो तो पनीर और सोयाबीन जैसी चीज़ें ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल करनी चाहिए। इन्हें खाने से मां का दूध बढ़ता है।
- इसके अलावा आयुर्वेद के अनुसार ज़ीरे और मेथी का पानी पीने से भी फ़ायदा होता है।