कहते हैं कि समय और अनुभव के साथ ही हमारे सिर के बाल सफ़ेद हो जाते हैं लेकिन आज के दौर में कई युवा इस बात से परेशान हैं कि उनके बाल वक्त से पहले ही सफ़ेद हो रहे हैं। क्या है समय से पहले ही सफ़ेद हो रहे बालों का कारण और कैसे कर सकते हैं इससे बचने के उपाय, जानिए डॉक्टर प्रभा सिंह, त्वचा रोग विशेषज्ञ से।
- कम उम्र में सफ़ेद बाल होने की वजह
- क्या है सफ़ेद बालों का इलाज?
- सफ़ेद बाल होने से कैसे करें रोकथाम?
- कितना सुरक्षित है बालों को रंगना?
- डॉक्टर की सलाह
बाल सफ़ेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और उम्र बढ़ने के साथ सभी के बाल सफ़ेद होने लगते हैं। बालों का सफ़ेद होना एक व्यक्ति के जीन्स पर निर्भर करता है। मेडिकल साइंस के मुताबिक पैंतीस साल की उम्र के बाद धीरे धीरे लोगों के बाल सफ़ेद होना शुरू हो जाते हैं जो कि एक सामान्य बात है लेकिन कुछ लोगों के जीन्स और रेस की वजह से ये देखा गया है कि लंबे समय तक यानि लगभग पैंतालिस और पचास साल तक भी बाल काले रहते हैं हालांकि पैंतीस वर्ष की आयु को मेडिकल साइंस में बाल सफ़ेद होने की एक औसत आयु माना गया है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति के बाल पैंतीस साल से पहले ही सफ़ेद होने शुरू हो जाएं तो इसे प्री मेच्योर ग्रेयिंग (Pre Mature Greying) कहा जाता है जबकि पैंतीस साल के बाद अगर धीरे धीरे बाल सफ़ेद हो रहे हों तो ये सामान्य है।
कम उम्र में सफ़ेद बाल होने की वजह (Reasons of grey hair at young age in Hindi)
आज के समय में ये देखा जा रहा है कि सोलह-सत्रह साल में ही लोगों के बाल सफ़ेद होना शुरू हो जा रहे हैं जिसका सबसे बड़ा कारण है शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना क्योंकि लोगों के खानपान और जीवनशैली में बहुत ही बड़ा बदलाव आ चुका है। कम उम्र के लोग बाहर का खाना, जंक फूड, फास्ट फूड, पैकेज्ड फूड वगैरह खाना पसंद करने लगे हैं और साथ ही उनके सोने और जागने का वक्त भी बदल चुका है। हमारे शरीर में एक मेलाटोनिन (Melatonin) नाम का हॉरमोन मौजूद होता है जो कि लगभग रात के बारह बजे से लेकर सुबह के चार बजे तक हमारे मस्तिष्क में निकलता है। यही मेलोटोनिन हॉरमोन हमारी त्वचा की संरचना को बनाए रखने के साथ साथ हमें गहरी नींद देता है और बालों को भी काला बनाए रखने में मदद करता है।
लेकिन आज के समय में ख़ासकर युवा पीढ़ी और बच्चे देर रात तक मोबाइल और टीवी के स्क्रीन से चिपके रहते हैं जिसकी वजह से नींद नहीं आती और मेलोटोनिन हॉरमोन सही से अपना काम नहीं कर पाता। इसके अलावा अगर आपके भोजन से हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, अंकुरित अनाज, फल वगैरह शामिल नहीं हैं तो भी, समय से पहले ही सफ़ेद बाल होने की समस्या होने की संभावना अधिक होती है। इनके अलावा जेनेटिक कारण और बहुत ज्यादा तनाव की वजह से भी बाल समय से पहले सफ़ेद हो सकते हैं। साथ ही थायरॉइड हॉरमोन के कारण या फिर ऑटो इम्यून डीज़ीज के कारण भी आप प्री मेच्योर ग्रेयिंग का शिकार हो सकते हैं। कुछ बीमारियां जैसे सफ़ेद दाग़ यानि विटिलिगो के कारण भी बालों का रंग सफ़ेद हो सकता है।
क्या है सफ़ेद बालों का इलाज? (What is the treatment for grey hair in Hindi)
जेनेटिक कारणों की वजह से अगर बाल सफ़ेद हो रहे हों, तो उसे एक हद तक ही नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन अगर प्री मेच्योर ग्रेयिंग के दूसरे कारण हैं तो मरीज़ को मेलेटिन नाम का लोशन दिया जाता है जो प्राकृतिक तौर पर मेलेनिन को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा खाने के लिए कुछ कैपस्यूल दिए जाते हैं जिसमें मेलोटिन होता है जो बालों के रंग को बनाए रखने में मदद करते हैं। भोजन में विटामिन बी 12 की मात्रा बढ़ायी जाती है और यदि आप बालों को रंगना चाहते हैं तो किसी प्राकृतिक चीज़ का ही इस्तेमाल करें जैसे कि मेहंदी। इसके अलावा व्यक्ति मीज़ो थेरेपी का भी सहारा ले सकते हैं क्योंकि बालों का समय से पहले सफ़ेद होने का मतलब है उन्हें मिलने वाले पोषक तत्वों में कमी होना।
सफ़ेद बाल होने से कैसे करें रोकथाम? (How to prevent having grey hair in Hindi)
रात को समय पर सोने की आदत डालें और अच्छी नींद लें। अगर आपको किसी तरह का तनाव रहता है तो मेडिटेशन और योग का सहारा ले सकते हैं। इसके साथ ही बालों में तरह तरह के केमिकल, हेयर डाइ और दूसरे प्रयोग करने से बचें क्योंकि इससे बालों की संरचना पर बुरा असर पड़ता है और उनका प्राकृतिक रंग जाने लगता है।
कितना सुरक्षित है बालों को रंगना? (How safe is hair dying in Hindi)
वैसे तो बालों में किसी तरह के कलर का प्रयोग करने से बचना चाहिए लेकिन फिर भी आप बालों को रंगना चाहते हैं तो प्राकृतिक तत्वों का ही इस्तेमाल करें जैसे कि मेहंदी, रीठा, कत्था वगैरह। अलग अलग रंगों के लिए कई तरह के तत्वों को मिलाकर शेड्स तैयार किए जाते हैं जो कि प्राकृतिक होते हैं लेकिन यदि आप कोई अलग किस्म का शेड चाहते हैं तो कोशिश करें कि अमोनिया युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल कम से कम करें।
डॉक्टर की सलाह (Doctor’s advice in Hindi)
त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने के लिए अपना खानपान सही और संतुलित रखें। भरपूर नींद लें और तनाव को व्यवस्थित करने की कोशिश करें। नियमित तौर पर व्यायाम करें, योग और मेडिटेशन के ज़रिए चिंता को दूर करना चाहिए। खुश रहें और एक अच्छा जीवन बिताएं क्योंकि इन सभी की मदद से त्वचा और बालों पर अच्छा असर पड़ता है।
डिस्कलेमर – कम उम्र में सफ़ेद बाल होने के कारण, इलाज तथा बचाव पर लिखा गया यह लेख पूर्णत: डॉक्टर प्रभा सिंह, त्वचा रोग विशेषज्ञ द्वारा दिए गए साक्षात्कार पर आधारित है।
Note: This information on Grey Hair, in Hindi, is based on an extensive interview with Dr Prabha Singh (Dermatologist) and is aimed at creating awareness. For medical advice, please consult your doctor.