क्या काम करते करते आपकी आंखें थक जाती हैं और उन पर ज़ोर पड़ता है ? अगर ऐसा है तो आप अपनी आंखों के लिए कर सकते हैं कुछ व्यायाम जिनसे काफ़ी आराम मिलता है। आइए जानते हैं आसानी से किए जाने वाले कुछ व्यायाम के बारे में।
आज के समय कामकाजी लोगों को लगभग 8 से 10 घंटे कंप्यूटर, लैपटॉप या फिर दूसरे स्क्रीन का इस्तेमाल करना पड़ता है। बच्चों को भी घर में पढ़ने के लिए मोबाइल और कंप्यूटर का सहारा लेना पड़ता है। ऐसे में आपकी आंखों पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ता है। ज्यादा वक्त तक किसी भी स्क्रीन को देखने से आंखों में कई तरह की दिकक्तें होने लगती हैं जैसे कि आंखों पर ज़ोर पड़ना, चींजें धुंधली दिखना, आंखों का सूखना और सिरदर्द। ऐसे में ज़रूरी है कि आंखों को आराम देने के लिए कुछ व्यायाम किया जाए। ऐसे बहुत से व्यायाम हैं जिनकी मदद से आपकी आंखों को आराम मिल सकता है।
- फोकस बदलना – फोकस बदलना एक ऐसा व्यायाम है जिससे आपकी एकाग्रता को बढ़ावा मिलता है। इस व्यायाम को एक जगह पर बैठकर किया जा सकता है। इसे करने के लिए अपनी एक उंगली आंखों की सीध में थोड़ी दूर ले जाकर स्थिर कर दें और ध्यानपूर्वक इस उंगली को थोड़ी देर तक देखते रहें। अब उंगली को वापस आंखों के बिल्कुल सामने ले आएं और लगातार अपना फोकस इसी पर रखें। थोड़ी देर देखने के बाद अचानक दूर रखी हुई किसी दूसरी चीज़ पर फोकस करें। इस व्यायाम को तीन बार करें।
- दूर और पास का फोकस – इस व्यायाम में भी अपनी उंगली को चेहरे से थोड़ी दूर तक ले जाकर स्थिर कर दें और अपना पूरा ध्यान उस पर रखें। अब उंगली से नज़र हटाकर करीब दस फीट दूर रखे हुए किसी दूसरे ऑब्जेक्ट पर थोड़ी देर तक फोकस करें। कुछ देर बाद वापस अपनी उंगली पर ध्यान लगाएं और उसके बाद फिर से दूर रखे ऑब्जेक्ट को देखें। ऐसा कम से कम पांच बार करें।
- फिगर आठ – करीब दस फीट की दूरी से किसी दीवार या फ्लोर पर कल्पना करते हुए 30 सेकेंड तक के लिए धीरे धीरे 8 नंबर को बनाएं। इस फिगर को बनाने के बाद जगह बदलकर फिर से बनाएं।
- 20-20-20 का रूल – लगातार काम करने से आंखों पर बहुत ज़ोर पड़ता है इसलिए काम के दौरान 20-20-20 का रूल एक यूनिवर्सल उपाय की तरह है। एक घंटे में 60 मिनट होते हैं इसलिए एक घंटे काम करने के दौरान हर 20 मिनट में स्क्रीन से आंखें हटाकर 20 फीट दूर किसी दूसरे ऑब्जेक्ट को 20 सेकेंड के लिए देखना चाहिए। ऐसा करने से एक घंटे में तीन बार 20 सेकेंड के लिए आंखों को ब्रेक मिल जाता है।